शनिवार, 25 मार्च 2017

FILM CREW - सिनेमा कर्मचारी या सिनेमा में, परदे के पीछे काम करने वाले लोग

FILM CREW
जब हम कोई फिल्म बनाने की सोचते है, तब हमको किन किन कर्मचारियों की जरुरत पड़ती है?

Directorफिल्म में डारेक्टर की सबसे ज्यादा जिम्बेदारी होती है वो एक्टर और फिल्म के सारे कमर्चारियों से काम करवाता है फिल्म प्रोडक्शन कंपनी डायरेक्टर को नियुक्त करती है फिल्म के लिए, कंपनी को सारे जबाब डायरेक्टर को देने होते है अगर कोई फिल्म अच्छी या बेकार बनी तो, डायरेक्टर फिल्म के हर डिपार्टमेंट से काम करवाता है डायरेक्टर की इन्वोल्वमेंट स्क्रिप्ट से लेकर शूटिंग तक और जब शूटिंग हो जाये तो पोस्ट प्रोडक्शन के सारे काम करवाता है 
Second Unit Directorजब फिल्म की  शूटिंग एक दिन में दो जगह होती है तो वहां सेकंड यूनिट डायरेक्टर की जरुरत पड़ती है, डायरेक्टर का शूटिंग पर सारा कमांड होता है
Producerप्रोड्यूसर फिल्म का मालिक होता है, वो ही फिल्म के लिए पैसा खर्च करता है. प्रोडक्शन कंपनी का मालिक भी प्रोड्यूसर होता है, प्रोड्यूसर पैसा देता है - एक्टर, डायरेक्टर, कैमरामैन, और जितने भी लोग शूटिंग में काम कर रहे है, सबको प्रोड्यूसर काम का पैसा देता है क्योंकि यूनिट प्रोड्यूसर की कंपनी ने hire  किया है फिल्म के लिए, शूटिंग लोकेशन का सारा खर्च, पोस्ट प्रोडक्शन का सारा खर्च, जब फिल्म सिनेमाघर में लगती है उसका भी खर्च प्रोड्यूसर करता है, फिल्म का फायदा या नुक्सान प्रोड्यूसर का ही होता है, क्योंकि वो फिल्म बनाकर व्यापार करता है.
Execuive ProducerExecuive Producer को प्रोड्यूसर नियुक्त करता है वो फिल्म के सारे विभाग में काम कैसा चल रहा है या शूटिंग में  कही पैसा देना है तो उसका भुगतान Execuive Producer  करता है क्योंकि वो प्रोड्यूसर का आदमी होता है फिल्म की जरूरतों को पूरा करता है
Line Producerलाइन प्रोड्यूसर कंपनी में प्रोड्यूसर से फिल्म में कितना खर्च करना है, इस बात पर वो प्रोड्यूसर को सलाह देता है, कैसे डेली फिल्म पर खर्च करना है वो सब प्रोड्यूसर से बात करता है और फिल्म में डेली काम का लाइन अप भी लाइन प्रोड्यूसर करता है इसको भी प्रोड्यूसर नियुक्त करता है ताकि सारे काम की जानकारी प्रोड्यूसर को रहे लाइन प्रोड्यूसर कंपनी का कम से कम पैसा खर्च हो , प्रोड्यूसर का पैसा सही जगह खर्च हो वहां लाइन प्रोड्यूसर की ड्यूटी होती है 
Location Managerलोकेशन मैनेजर फिल्म के लिए लोकेशन देखता है और जितनी भी फिल्म के लिए लोकेशन चाहिए वो सब प्रोवाइड करवाता है

Casting Director
फिल्म के लिए जितने कलाकार की जरुरत होती है उन जरूरतों को पूरा करने में कास्टिंग डायरेक्टर मदद करता है प्रोडक्शन कंपनी की, और नए फेस  को फिल्म में लाना है तो कास्टिंग डायरेक्टर ही  कलाकार को प्रोडक्शन कंपनी में पहुचता है, जब एक्टर को नियुक्त करना होता है तब कास्टिंग डायरेक्टर बहुत सारे एक्टर पेश करता है लेकिन उनमे से कुछ ही कास्ट होते है जो फिल्म के किरदार में फिट बैठते है, और उनका काम भी सही हो तब जाके एक्टर सेलेक्ट होता है
Cameraman
कैमरामैन फिल्म को कैमरा से शूट करता जो डायरेक्टर को चाहिए, वो फिल्म की खूबसूरती को कैमरे में कैद करता है और जो भी शीन हो वो अच्छे से दिखे उसके लिए वो अपना फिल्म में योगदान देता है, कैमरामैन को भी प्रोडक्शन कंपनी नियुक्त करती है 
Camera Assistants, Film Loader, Steadycam operator, Digital Technician, Lightman, Gaffer, Grip, Key grip, Dolly Grip, sound recordist, Art Director, Set Decorator, Make-up, hair dresser, 
Costume Designer, Special Effect Artist, Action Director,  Spot Boys & Others.

Post Production
जब फिल्म की शूटिंग कम्पलीट हो जाती है तब फिल्म  का काम पोस्ट प्रोडक्शन में आता है 
पोस्ट प्रोडक्शन के एम्लॉय फिल्म के लिए
Film Editor
फिल्म के शूट को फिल्म एडिटर, एडिट करता है बहुत सारे दिन के फुटेज को एडिटर २ या ३ घण्टे में, स्टोरी के मुताबिक फिल्म को तैयार करता है
Dubbing
डबिंग स्टूडियो में रिकार्डिस्ट आर्टिस्ट को Dub करता है ताकि फिल्म में डायलॉग क्लियर सुनाई दे, शूटिंग में बहुत सारे लोग होते है इसलिए वहां ठीक ऑडियो रिकॉर्ड नहीं हो पाता इसलिए उसको स्टूडियो में Dub  करते है
Music Director
म्यूजिक डायरेक्टर फिल्म के लिए सांग तैयार करता है सांग का म्यूजिक कैसा हो, कैसी फीलिंग, फिल्म के मुताबिक आये वो उस पर काम करता है फिर सिंगर से अपने सांग को रिकॉर्ड करवाता है
Sound Foley
Foley फिल्म में जो साउंड इफ़ेक्ट होते है जिनको स्टुडिओं में लाइव रिकॉर्ड किया जाता है उसको foley  बोलते है यहाँ बड़ी बारीकी से छोटे छोटे साउंड रिकॉर्ड किये जाते है जहाँ फिल्म की जरुरत होती है जैसे- पानी में कूदना उसका साउंड इफेकट, कांच टूटना, किसी को हाथ से मारना उसका साउंड इफ़ेक्ट , ऐसे ही छोटे छोटे साउंड रिकॉर्ड किये जाते है
Background Music director
फिल्म में जो डायलॉग के पीछे म्यूजिक आता है उसको बैकग्रॉउंड म्यूजिक डायरेक्टर देता है 
Sound Mixing
यहाँ फिल्म का सारा ऑडियो आता है सांग, डायलॉग, foley और डबिंग, फिर इन सबको साउंड मिक्सिंग करने वाला फाइनल एडिट की हुई फिल्म को एक ट्रैक पर रखता है और उसके नीछे ऑडियो के सारे ट्रैक रखता है फिर उन सबको अच्छे से मिक्स किया जाता है फिल्म का फाइनल साउंड मास्टर यही से तैयार होता है
Film Lab
जब फिल्म की एडिटिंग लॉक हो जाये उसके बाद फिल्म को लैब में लाया जाता है और उसके फाइनल साउंड को भी लैब में लाया जाता है, लैब में फिल्म का कलर करेक्शन भी किया जाता है और यहाँ से फिल्म का डॉल्बी साउंड के साथ फिल्म का प्रिंट सिनेमा के लिए तैयार होता है

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